1. “राम नाम बिनु बिरथे जगि जनमा” कविता का भाव स्पष्ट करें। उत्तर- प्रस्तुत पद्यांश गुरुनानक द्वारा रचित प्रथम पद से उद्धृत है। इसमें कवि जपनाम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहते हैं कि जिसने जन्म लेकर राम की कीर्तन नहीं की उसका जीवन निरर्थक है। जिस व्यक्ति का खान–पान, रहन–सहन आदि विष से परिपूर्ण […]