Maithili Class 10 Guess Questions Pdf : दोस्तों इस लेख में हम मैथीली गद्ध खण्ड chapter 5 भोजन के प्रश्न उत्तर को अपने भाषा में देखने वाले है, जो आपके परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण होगा. अगर आपको Class 10th Maithili book pdf चाहिए तो हमे कमेंट में जरुर बताये. Bihar Board Class 10 Maithili के तैयारी के लिए सभी कुछ यहाँ उपलब्ध है.
मैथीली गद्ध खण्ड
5.भोजन
Maithili Class 10 Guess Questions Pdf
1. ममता कथीक टुकड़ा तोड़ि दालि मे डुबबैत बाजने छलि ?
उत्तर- ममता रोटीक टुकड़ा तोड़ि दालि में दैत बाजने छलि ।
2. रमुआ दूधक कटोरा लऽ कय आयल तँ ममता ओकरा की आनबाक हेतु कहलकै ?
उत्तर- ममता रमुआ के पापड़ सेदि कय आनबाक हेतु कहलकैक।
3. भोजन शीर्षक कथा मे ममता छौड़ा ककरा कहने अछि ?
उत्तर- भोजन कथा मे ममता अपन नौकर रमुआ केँ छौड़ा कहने अछि ।
4. भोजन आइ कोन क्रियाक अन्तर्गत आबैत अछि ?
उत्तर- भोजन आइ यांत्रिक क्रियाक अन्तर्गत आबैत अछि ।
4. ममता कापी पर की चढ़बैत छलि ?
उत्तर— ममता कापी पर नम्बर चढ़बैत छलि ।
5. ममता ड्राइंग रूम मे की कऽ रहल छलि ?
उत्तर- ममता ड्राइंग रूम में कापी जाँचि रहल छलि ।
6. लेखक राजमोहन झा क्लास लेल की तैयार करैत छलाह ?
उत्तर- लेखक राजमोहन झा क्लासक लेल नोट तैयार करैत छलाह ।
Maithili Class 10 Subjective Question Answers
7. ममताक चरित्र चित्रण करू l
उत्तर- ममता कओलेज में पढ़ौनिहारि एकटा अपटूडेट महिला थिकीह । समय हुनका लेल बड़ मूल्यवान छनि । सबकथूक समय ओ निर्धारित कएने छथि । एते बजे खेनाए खेतीह, एते बजे ओछाओन पर जेतीह आ भोर मे एते बजे उठतीह। भोजनक प्रसंग कोनो विशेष रुचि नहि छनि । नोकर जे बनाकए सोझाँ मे परसि दैत छनि, से खाकए उठि जाइत छथि। पतिदेवक कहलो पर ममता अपना दिनचर्या मे कोनो परिवर्तन करक लेल तैयार नहि छथि। एहि तरहे आजुक नोकरी वृत्ति में व्यस्त स्त्रीगणक सबटा बैशिष्ट्य ममता मे व्याप्त छनि ।
8. ‘भोजन’ कथाक विश्लेषण करू l
उत्तर—’ भोजन’ शीर्षक कथाक कथाकार थिकाह श्री राजमोहन झा । हिनक कथा मध्यम वर्गक पारिवारिक जीवनक व्यथा कें अभिव्यक्ति दैत अछि। विवेच्य कथाक माध्यमे भोजनक प्रसंग कथाकार अपन विचार देलनि अछि। हमरा लोकनि
भोजन के ‘टास्क’ रूप मे लैत छी, यांत्रिक प्रक्रियाक अन्तर्गत भोजन करैत छी । ई उचित नहि। भोजन एकटा रुचिकर आ आकर्षक वस्तु होइत छैक । मुदा आजुक लोक केँ आइ पलखति कतए छैक जे पहिलुका लोक जकाँ विन्यस्त भोजन करत । अपना सभहिक बाबा जखन खएबा लेल बैसैत छलाह तँ मैंयाँ आगाँ मे बीयनि होंकैत बैसल रहैत छलीह । कतेक रास गप्प आ विचारक आदान-प्रदान दुनू गोटे मेँ एही मध्य होइन । बाबा केँ खाएल भए जानि तँ मैंयाँ भूमि पर हाथ रोपि ठाढ़ होथि – ‘थम्हू, दही नेने अबैत छी । ‘ मैंयाँ नित्य साँझखन के पुछथिन- ‘आइ की तरकारी बनतै राति मे ?’ बाबा खाली तरकारीक नामे नहि, कोना बनतै सेहो कहथिन । जेना, भाटाँ साग संग, अथवा सजमनि मुरइ दए कए ।
बाबाक जमाना सँ आगाँ बाबूजीक युग मे किछु बदलाव अएलैक। बाबा जकाँ बाबूजी सभ दिन कोन तरकारी बनतै, से फरमान जारी नहि करैत छलथिन । की तरकारी बनौतीह से माए अपन निर्णय लेथि । मुदा आइ हमरा लोकनिक समय में कोन तरकारी बनत, तकर निर्णयक अधिकार पति-पत्नीक हाथ मे नहि रहलैक। घरक नोकरक हाथ मे ओ अधिकार आबि गेलैक। नोकरक बनाओल भोजनक स्वाद सभ दिन एके रंगक लगैत अछि । खनाए काल मे विचारक आदान-प्रदान तँ कल्पनाक वस्तु भए गेल छैक। पतिक कहलो पर कोनो गप्प आकि विचार पत्नी मानबे करथिन सेहो अनिवार्य नहि। पति-पत्नी दुनू कमाइ छथि, दुनूक अपन पृथक्-पृथक् व्यस्तता छनि ।
एहिं तरहे ” भोजन’ कथा मे समयक संग बदलैत परिस्थिति, विचार आ रुचिक वर्णन अछि ।
9. प्राचीन आ आधुनिक भोजनक प्रसंग लेखकक विचार स्पष्ट करू ।
उत्तर- प्राचीन आ आधुनिक भोजनक प्रसंग लेखकक विचार बड़ प्रशंसनीय भेल अछि। पहिल गप्प ई जे लेखकक विचार छेनि भोजन केँ ‘टास्कं’ के रूप मे नहि ली। हमरा लोकनि आइ यांत्रिक प्रक्रियाक अन्तर्गत भोजन करैत छी । आन काज जकाँ भोजन सेहो करैत छी। से उचित नहि । आधुनिक भोजन मे परिवारक सदस्य सँ अधिक नोकरक जुइत चलैत छैक। दादा-दादीक समय मे दादा खेनाए पर बैसैत छलाह तँ दादी आगाँ मे पंखा लए कए बैसल रहैत छलथिन। कतेक रास गप्प आ सूचनाक आदान-प्रदान दुनू गोटे के एही मध्य होइन । दादा बड़ रुचिपूर्वक भोजन करथि । धात्रीक चटली हुनका दुनू साँझ अनिवार्य छलनि। दादाजी कें खाएल भए जानि तँ दादी भूमि पर हाथ रोपैत उठि के ठाढ़ होथि – ‘थम्हू, दही नेने अबैत छी । ‘ दादाजीक भोजन करबाक ई दृश्य भोजनक प्रति एकटा आकर्षक स्वाद उत्पन्न करैत अछि। ओहि जमाना मे लोक होइतो छल भोजनक प्रेमी। दादी सभ दिन साँझ मे दादाजी सँ पुछथिन- ‘आइ की तरकारी बनतै राति मे?’ दादाजी खाली तरकारीक नामे नहि, कोना बनतै सेहो कहथिन । जेना, भाटा साग दए कए, अथवा सजमनि मुरइ दए कए।
बाबूजी आ माएक समय मे बाबूजी माए सँ पुछथिन अवश्य जे आइ की तरकारी बनल अछि? की तरकारी बनौतीह से माय अपने निर्णय लेथि । ई भार बाबूजी माए पर छोड़ देने रहथिन । हुनका लोकनिक समय धरि भोजन एकटा रुचिकर आ आकर्षक वस्तु होइत छल ।
आधुनिक युग मे आबि क भोजनक प्रसंग निर्णयक अधिकार पति आ पत्नीक हाथ सँ निकलि नोकरक हाथ मे आबि गेल अछि । Maithili Class 10 Guess Questions Pdf
10. भोजन कथाक उद्देश्य स्पष्ट करू ।
उत्तर-‘ भोजन’ कथाक मुख्य उद्देश्य अछि समयक संग बदलैत पारिवारिक परिस्थिति, विचार आ रुचिक निरूपण करब । पहिने स्त्रीगण घर मे एहि अपन पारिवारिक दायित्त्वक निर्वाह करैत छलि । स्वामी आ नेनाक भोजन- विन्यास मे लागल रहैछ छलि । स्वामी खाएक लेल बैसलथिन तँ पत्नी बीयनिसँ हुनका होंकथिन । कतेक रास गप्प आ सूचनाक आदान-प्रदान दुनू गोटा केँ एही मध्य होइन । पत्नी सभ दिन भोजन बनबै सँ पूर्व पति के पुछैत छलथिन जे आइ की तरकारी बनतै ? वस्तुतः पहिलुका लोक के ततेक व्यस्तता नहि छलैक जेहन आइ-काल्हुक मनुक्ख केँ रहैत छैक। आइ पुरुषक संग महिला लोकनि सेहो बाहर जाकए काज करए लागलि छथि । आब भोजन करबा काल पति-पत्नीक मध्य सूचना आ गप्पक आदान-प्रदानक पलखति कतए छनि । खेनाए कोनहुना आ गीरि लैत छथि । बहुत ठाम तँ नौकर अपन सुविधानुसार भोजन तैयार करैछ आ दुनू प्राणी कें ओहि भोजन के करए पड़ैत छनि । नौकरक मुँह देखैत लोक कें भोजन करए पड़ैत छैक। अपन सुभीता आ समयक अनुकूल ओ लोकनि भोजन नहि कए सकैत छथि ।
मनुष्यक नियति कतेक काल- प्रभावित अछि, तकरा ई कथा अत्यन्त मार्मिक ढंग सँ रखैत अछि।
S.N | 10TH SCIENCE OBJECTIVE QUESTION |
PHYSICS (भौतिकी) | |
1. | प्रकाश : परावर्तन तथा अपवर्तन |
2. | मानव नेत्र |
3. | विधुत धारा |
4. | विधुत धारा का चुम्बकीय प्रभाव |
5. | उर्जा के श्रोत |
CHEMISTRY (रसायन विज्ञान) | |
6. | रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण |
7. | अम्ल, भस्म और लवण |
8. | धातु और अधातु |
9. | कार्बन एवं उसके यौगिक |
10. | तत्वों का आवर्त वर्गीकरण |
BIOLOGY (जीवविज्ञान) | |
11. | जैव प्रक्रम : पोषण |
12. | नियंत्रण एवं समन्वय |
13. | जनन |
14. | अनुवांशिकता एवं जैव विकाश |
15. | हमारा पर्यावरण |
16. | प्राकृतिक संसाधन का प्रवंधन |
S.N | 10TH SCIENCE SUBJECTIVE QUESTIONS |
PHYSICS (भौतिकी) | |
1. | प्रकाश का परावर्तन तथा अपवर्तन |
2. | मानव नेत्र |
3. | विधुत धारा |
4. | विधुत धारा का चुम्बकीय प्रभाव |
5. | उर्जा के श्रोत |
CHEMISTRY (रसायन विज्ञान) | |
6. | रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण |
7. | अम्ल, भस्म और लवण |
8. | धातु और अधातु |
9. | कार्बन एवं उसके यौगिक |
10. | तत्वों का आवर्त वर्गीकरण |
BIOLOGY (जीवविज्ञान) | |
11. | जैव प्रक्रम : पोषण |
12. | नियंत्रण एवं समन्वय |
13. | जनन |
14. | अनुवांशिकता एवं जैव विकाश |
15. | हमारा पर्यावरण |
16. | प्राकृतिक संसाधन का प्रवंधन |